कृषि उद्योग आधिारित तीन दिवसीय मेला “कृषि- उद्योग समागम 2025” का आयोजन नरसिंहपुर में 26 से 28 मई 2025 तक किया जायेगा।
मुख्य अथिति :-
भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तथा अन्य गणमान्य अतिथि शिरकत करेंगे

उद्देश्य
- कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने
- खाद्य प्रसंस्करण में निवेश आकर्षित करने
- नवीन खेती की तकनीक की जानकारी उपलब्ध
- उन्नत खेती
- प्रगतिशील किसानों के अनुभवों को साझा करना
- नवीन कृषि यंत्रों के बारे में जानकारी प्राप्त करें
- कृषि वैज्ञानिकों से जानकारी प्राप्त करना और समस्याओं का समाधान पाना
- किसानों को बेहतर बाजार से जोड़ने के लिए किया जा रहा है।
🚜🌽कृषि उद्योग समागम की कुछ झलकियां🌽🚜




🌾क्यों हे नरसिंहपुर के लिए खास🌾
नरसिंहपुर को मिली विकास कार्यों की सौगात: उपराष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री करेंगे 86 परियोजनाओं का लोकार्पण व भूमिपूजन
नरसिंहपुर | जिले में विकास की नई इबारत लिखने जा रही है मध्यप्रदेश सरकार, जहां उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में 115.96 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 86 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया जाएगा।
इस अवसर पर 69.52 करोड़ रुपये की लागत से 71 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 46.44 करोड़ रुपये की लागत से 15 कार्यों का भूमिपूजन किया जाएगा। यह समस्त कार्यक्रम कृषि उद्योग समागम के दौरान आयोजित होंगे।
लोकार्पण किए जाने वाले प्रमुख कार्य:
- नल-जल योजनाएं: गोटेगांव, नरसिंहपुर, तेंदूखेड़ा और गाडरवारा विधानसभा क्षेत्रों के दर्जनों ग्रामों में पेयजल सुविधा सुनिश्चित करने हेतु करोड़ों की लागत से नल-जल योजनाओं का लोकार्पण।
- सड़क और पुल निर्माण: देवाकछार रोड से धमना मुराछ, कुण्डा रोड से लाठगांव व झिरीकला तक सड़कों और पनखटा नाले पर पुल निर्माण जैसे बुनियादी ढांचे के महत्वपूर्ण कार्य।
- स्वास्थ्य और शिक्षा: नगवारा और डोभी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राखी भैंसा व निबावर में शासकीय विद्यालय भवनों का निर्माण कार्य।
- AMRUT 2.0 योजनाएं: चीचली नगर परिषद के अंतर्गत हरित क्षेत्र और अधोसंरचना विकास कार्य।
भूमिपूजन किए जाने वाले महत्वपूर्ण कार्य:
- संयुक्त तहसील कार्यालय भवन: गोटेगांव, नरसिंहपुर और गाडरवारा में 912.51 लाख रुपये की लागत से आधुनिक तहसील कार्यालय भवनों का निर्माण।
- पर्यटन और धार्मिक स्थल विकास: नर्मदा घाटों का सौंदर्यीकरण (लिंगा, कोठिया में), राजा हिरदेशाह किले से घाट तक सड़क और घाट निर्माण।
- शहरी अधोसंरचना: नरसिंह तालाब का सौंदर्यीकरण, बच्चों के पार्क का विस्तार, सीईओ बंगला तक उच्च गुणवत्ता वाली सड़क निर्माण।
विकास की दिशा में बड़ा कदम
यह समग्र प्रयास नरसिंहपुर जिले को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की दिशा में एक अहम कदम है। पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, प्रशासनिक भवन और पर्यटन जैसे विविध क्षेत्रों में हो रहे कार्य जिले के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होंगे।
निष्कर्षतः, उपराष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में होने वाला यह समारोह केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि नरसिंहपुर को नए युग की ओर ले जाने वाला विकास का उत्सव है।
